वहाँ एक तालाब है लोग कहते हैं उस तालाब से जो भी पानी लेकर जाता है उसकी इच्छा पूरी हो जाती है कई लोग वहाँ से पानी भर रहे हैं कुछ इस बात पर यकीं नहीं करते फिर भी भेड़चाल में उनके जैसा ही कर रहे हैं। कुछ है जो बड़े विश्वास के साथ उस पानी को भर रहे हैं अपने पात्र में।
इतने में मेरी दृष्टि को उस लड़के ने अपनी ओर खींच लिया है।
‘तुम्हें क्या लगता है मैं भी यही करुंगा।अरे, बेशक तुम सब लोग पागल हो गये हो’ उसने कहा।
इतने में उसके दोस्त उसे पुकारते हुए आवाज़ लगा रहे हैं विशाल, तू भी ट्राय कर ले शादी हो जाएगी तेरी। डर मत, आजा। हो सकता है कि भगवान् ने आज तुझे जगह भेजा हो।
‘अच्छा ‘ उसने हैरानी के साथ कहा।
‘ देखो यार बहुत हो गया ये सब अब तो मैं भगवान् की भी नहीं मानूंगा शादी हो न हो मुझे ये ट्रिप बहुत पसंद आ रही है। तुम लोग पानी भरो मैं तो चला।’ इतना कहकर वो अपने कैमरे के साथ अकेला ही निकल पड़ा ।
वैसे मुझे भी लगता है इस तालाब में कुछ खास नहीं यै सब myth है लोग कुछ ज्यादा ही विश्वास कर लेते है इन बातों पर।
, अरे वो देखो जाह्नवी! वही कैमरे वाला लड़का, वापस आ गया। अरे आ गया तो मैं क्या करुँ तू भी पढ़ मुझे भी पढ़ने दे डिस्टर्ब मत कर यार।’
अरे चलो, चलो, बस के जाने का टाइम हो गया ।
‘ विशाल तू सच में इंटरेस्टेड नहीं है!’ देख ले फिर मत कहना- इतना बोलके उसका दोस्त चुप हो गया। उसका इशारा बस की तरफ था।
सब लोग जा रहे थे पता नहीं क्या सोचकर उसने प।ले तो उस पानी को छुआ, चेहरे पर उंडेल कर उसकी ठंडक को महसूस करने लगा जैसे उसने सारा समन्दर अपने भीतर समा लिया हो लेकिन ये महज़ कुछ बूंदे थी जो चेहरे से फिसल कर उसकी शर्ट को भिगो रहीं थी।
इससे पहले कि कोई दोबारा उसे याद दिलाए कि बस निकलने को ही है ‘उसने अपने बैग से बोटल निकाली, बचा हुआ पानी जमीं पर फेंकने के बाद वो भी तालाब से पानी भरने लगा’ मैंने आश्चर्य से उसकी तरफ देखा।
और इसके बाद वो बस की तरफ बढ़ने लगा। उसका कहना था मुझे इस पानी के बारे में तो पता नहीं लेकिन क्या पता किसी की दुआएं असर कर जाएं?
उस मालूम था वो जो चाहता है वो मिलना नामुमकिन है लेकिन उस दिन वो’ एक आशा की लौ’ उस पानी के रुप में अपने साथ ले गया।’